भारत बनाम इंडिया जाने अनोखा बदलाव एक देश के दो नामों का अंतर हिंदी में

भारत v/s इंडिया 
                             

Bharat  V/S India  जाने  अनोखा बदलाव एक देश 2  नामो के 4  बढे  डिफरेंट हिंदी में 

हेल्लो देस्तो आज हम आपके एक अनोखा बदलाव के बारे में बताना चाहते है इसलिए कुछ अलग लेकिन बहुत ही दिलचस्पी वाली जानकरी शेयर करने की कोशिश कर रहे है ! आज हमने आपको bharat से india में बदलने के कुछ अंतर बताना चाहते है जिनके माध्यम से हम आपको यह भी बताना चाहते है इस बदलाव की अनोखी तस्वीर की ! इस देश में पहला क्या होता था और आज क्या हो रहा है ! जिस के ज्ञान , विज्ञान , साहस , बहादुरी की चर्चा देश दुनिया में गूंजती थी ! जिसकी कहानीओ में वीरता , शौर्य की झलक मिलाती हो आज वह राज्य कैसे इन बदलावों का साक्षी बनता जा रहा है जिनकी कलपना शायद कभी हमारे पूर्वजों ने की होगी ! लेकिन यह सब हो रहा है ! हो सकता  है की जिन बदलावों की बात हम यहाँ पर कर रहे है उनसे आप में से बहुत ऐसे भी हो सकते है जिनके सामने यह आ चुके होंगे !

जैसा की हमारी पोस्ट के टाइटल से ही आप कुछ ना कुछ जरुर समझे होने की आखिर में आज का हमारा जो टॉपिक है वह किस बात की तरफ इशारा कर रहा है ! हम आज भारत में होने वाले कुछ ऐसे बदलाव पर बात करना चाहते है जो की शायद नही होने चाहिए क्योकि यह  परिवर्तन बिलकुल इंडिया के स्वभाव के उल्टा है जैसे की हम कहे की राम नवमी के दिन रामजी की पूजा होती है , लेकिन अगर कोई उस दिन रावण की पूजा की कल्पना कर सकता है ! सरस्वती जी को विद्या की देवी माना जाता है लेकिन हम उनके स्वभाव के विपरीत की कल्पना तो नही कर सकते है लेकिन हिंदुस्तान के स्वभाव से अलग आज इस देश में हो रहा है ! ज्यादा अपनी बात ना करते हुए आपको उन बदलाव के बारे में बताते है जिनके बारे में हम सब के मन में बैचेनी है !
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1 bharat v india great divide भारत और इंडिया में महान भेद 

दोस्तों आपने देखा होगा की इस देश में अतिथि को देवता तुल्य मानकर सम्मान किया जाता था करने को तो आज भी करते है और अगर छोटे कस्बे या गाँव की बात की जाए तो शायद उस जगह टी आज भी ऐसा होता है लेकिन आज शहरों की स्थिति सबसे ज्यादा बदली है आधुनिक होने का जो खुमार हावी हो रहा है उसका यह असर है की आपने देखा होगा की पहले घर के दरवाजे पर लिखा होता था "आपका स्वागत है लेकिन आज क्या लिखा होता है कुत्तो से सावधान " यह सबसे बढ़ा परिवर्तन भारत के स्वभाव में आप समझ सकते हो की हम कितना बदल गए है की आज हम अपने घर पर कोई मेहमान आ जाये तो क्या होता है हम इतने अपने आप में ही रहने लगे की किस और से प्यार की दो बाते भी नही कर पाते है ! बच्चे कब बढे हो जाते है माँ बाप को तब अहसास होता है जब घर में कोई बढ़ी अच्छी या गलत घटना हो जाती है वरना तो डेली रूटीन की तरह ही लाइफ चलती रहती है ! बच्चे अपनी माँ से ज्यादा घर की नौकरानी के साथ रहते है और फिर बूढ़े होने की उम्र पर सोचते है की अपना बच्चा हमारे साथ रहे ! क्या ऐसा हो सकता है !
2 indai का असली मतलब शायद यही है 
हम अपने देश को इंडिया के नाम से भी जानते है लेकिन जो लोग पुराने सोच रखते है वे लोग अपने देश के मान सम्मान की कद्र करते है ! लेकिन जो सिर्फ भारत को दिखावे के लिए दुसरे नाम से बोलते है उनके अन्दर का एक और बदलाव जो आज कल हो रहे है ! समय के अनुसार कुछ बदलता है लेकिन क्या सच में ऐसा भी बदलाव हो सकता है की जिस आधार पर किसी इमारत को खड़ा किया हो उसी आधार के उल्टा कर दे तो क्या होगा ! लेकिन शायद हमारे देश के कुछ लोगो को अपने पुराने रिती रिवाजो में कुछ मॉडर्न होने का अहसास नही होता होगा तभी तो आजकल यह भी बहुत ही ज्यादा चलन में हो गया है की जब भी कभी घर में कोई भी उत्सव हो या शुभ अवसर जैसे की विवाह , जन्म उत्सव , होता है तो घर की महिला ही उस कार्यकम के लिए खाना बनाती थी और उस कार्यक्रम में मनोरंजन के लिए बाहर से महिला आती थी लेकिन आजकल तो खाना बनाने के  तो महिलाओं को बाहर से बुलाया जाता है और मनोरंजन स्वरूप नाचने का काम घर की महिला करती है !

3 अजीब लेकिन आधुनिक बदलाव 

अपने देखा होगा की पहले इन्सान अपने घर सफाई के भी बहुत ही ध्यान रखता था लेकिन समय की इसी चली की आज इन्सान के इस स्वभाव में बहुत ही बदलाव हुआ है की पहले इन्सान खाना तो अपने घर ही करता था लेकिन रिफ्रेश होने के लिए घर से दूर किसी जंगल में जाकर अपने दैनिक दिनचर्या के कार्य निबटता था लेकिन आजकल इन्सान  भोजन करने घर से बाहर जाता है लेकिन फ्रेश होने के लिए घर पर ही होता है ! यह ना विपरीत बदलाव क्या ऐसा पुरातन भारत के लोगो ने भी कभी सोचा होगा की ऐसा होगा इस देश में जिस देश में इन सब को बहुत ही गलत मना जाता हो !

4 हेल्थ में भी क्या बदलाब हुआ 

आज इन्सान पैसे के पीछे भाग रहा है ! और अपन रहने सहने के तमाम साधन जुटाने में ही लगा रहता है ! अपने लिए रहने के लिए बहुत ही शानदार घर बनाता है ! लेकिन क्या आप सोच सकते है की आमिर आदमी साईकिल चलता हो लेकिन यह भी एक बदलाव है की पहले आदमी पैदल चलता था तो उसको गरीब मान लिया जाता था लेकिन आज का इन्सान कार से तो जाता है लेकिन जिम जाकर पैदल ही रनिंग मशीन पर पैदल ही दौड़ लगता है ! अब सोच यह बदलाव क्यों हुआ है क्या यह बदलाव समय के हिसाब से सही है या फिर सिर्फ आधुनिक होना का मतलब हम यह ही मानकर चल रहे है की !

आज आधुनिक किस को समझा जाता है जिसके हाथ में बीयर की कैन हो और मुंह के अन्दर जलती हुई सिगरेट हो , हन्नी सिंह के तड़क भड़क वाले गाने हो , चारो तरफ हो हल्ला मचाता संगीत हो और नशे की हालत में नाचते लडकियों और लडको के झुण्ड हो यही हो रही है परिभाषा इस बदलते भारत में !
हम आपको एक छोटी सी कहानी भी शेयर करना चाहते है जो की हमारे सामने गुजरी ! और हो सकता है आपके सामने यह रोजाना प्ले भी होती हो क्योकि जिस तरह से हमारे संस्कार बदले है उसी तरह से स्वभाव भी बदले है ! औए इसका असर सभी पर होता है उसमे गरीब और आमिर दोनो पर होता है
होता क्या है की एक बार हम कंही घुमने को सैर निकले थे तो हम शहर के चौराहा पर जाकर एक चाय शॉप पर न्यूज़ पेपर पढ़ने के लिए बैठ गए ! बारिश का मौसम था ! हम जैसे ही उस शॉप के अन्दर गए तो बारिश शुरू हो गयी तो हम उस जगह पर बैठ न्यूज़ पढ़ने व्यस्त हो गए तो क्या होता है बारिश का पानी उस चौराहा पर बहुत ही ज्यादा हो जाता है जो की अक्सर हर छोटी सी बारिश में हो जाता था ! यह बात सभी को पता है ! अब होता क्या है की एक रिक्शा जिसमे एक सभ्य महिला बैठी हुई थी जब रिक्शा वाला उनको लेकर उस चौराहे पर आया तो उसने पानी को देखकर आगे जाने से मना कर दिया और अपने पैसे मागने लगा ! तो वह महिला ने कहा की भाई मेरे आपसे तो पहले ही इस पानी भरने की बात हो चुकी थी और इसलिए आपको ज्यादा पैसे देकर ही चलने को कहा था लेकिन अब क्यों आप मना कर रहे हो तो उसने कोई जबाब नही दिया सिर्फ अपने पैसे ही मागने लगा तो थोड़ी बहुत उनमे बहस होने लगी लेकिन रिक्शा वाला तैयार नही हुआ ! उस महिला ने आखिर में उस कहा की तुम दुगने पैसे ले लेना लेकिन मुझ को इस पानी से निकल कर मेरे ठिकाना पर छोड़ दो तो वह रिक्शा वाला तैयार हो गया !
हम सब यह देख बहुत ही आश्चर्य हुआ की कैसे एक गरीब इन्सान भी अपने स्वभाव के विपरीत व्यवहार कर रहा है जबकि कहने वाले कहते है की गरीब इन्सान कभी भी किसी का बुरा नही करते है लेकिन इस वाकया को देख कर इस आधुनिक होते भारत को सलाम करने के सिवा और कुछ भी नही कर पाए ! यही है bharat v/s indai . बदलते भारत के 4 different बदलाव !

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