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Friday 1 July 2016

लव मैरिज सफल क्यों नही होती ! लव मैरिज से बेहतर क्यों मानी गयी है arrange marriage

                              लव मैरिज सफल क्यों नही होती है 
gajab ki duniya
लव मैरिज 

दोस्त आज हम आपको कुछ बुनियादी सच पर चर्चा करने  के इरादे से हम लव मैरिज के बिन्दु पर बात कर रहे है ! आप जब भी किसी से यह जाने  कि  लव मैरिज या अरैन्ज मैरिज मे से love marriage ही क्यों असफल होती है ! ऐसा क्यों होने लग जाता है की जिन लोगो ने एक दुसरे को जानकार लिया गया लव मैरिज के रूप में फैसला गलत क्यों हो जाता है और  जिस से जिंदगी में  बिखराव आने लग जाते है ! लव मैरिज जिसके पीछे आज शायद बहुत से युवा भागे जा रहे है की जैसे की लव मैरिज ही उनकी जीवन का एक मात्र उद्देश्य हो !
 अगर आप खोजने बैठे तो आपको बहुत  से लोग आपको मिल जायेंगे जिन्होंने अपनी शादी लव मैरिज ही की लेकिन ना जाने ऐसा क्या होता है जिंदगी में की जिस इन्सान के साथ रहने की कसमे खाई जाती थी आज उसका चेहरा भी देखना एक पल के लिए भी सहन नही होता है ! आज जितने भी divorce होते है उनमे उनके ऐसे ही होते है
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दोस्तों जिस रिश्ता का अंत सिर्फ शादी हो उसकी शुरुआत भी कभी कभी बहुत ही दिलचस्प तरीके से होते है ! अपने देखा होगा की अक्सर कुछ लोग जब किसी की शादी , जन्मदिन की पार्टी में , कोई भी कॉलेज प्रोग्राम में , या त्यौहार ,उत्सव में, सफ़र  में शामिल होने जाते है तो वे वंहा पर जब अपने से विपरीत लिंग को देखता है ( यानी  की  मेल अगर फिमेल को और फिमेल अगर मेल को देखे ) तो एक दुसरे के प्रति आकर्षित होने लगते है और जब यह आकर्षण ज्यादा होने लग जाता है तो फिर एक दुसरे से जान पहचान करने की कोशिश की जाती है और फिर जब एक दुसरे से जान पहचान हो जाती है तो दोस्त बन जाते है और फिर अंत में शादी करने का फैसला लेते है ! यह सब तो आपने किसी फिल्म में ही देखा होगा !
 लेकिन सच में ऐसा  बहुत ही कम होता है की कोई भी दो अलग लिंग के इन्सान मिले और उनके मन में यह ख्याल सबसे पहले आयेगा  की उनको एक दुसरे से शादी करनी है ! यह सच कुछ अपवाद हो सकते है लेकिन अगर आप खोजेगे तो आपको ज्यादातर यही सच मिलगे की उन लोगो ने सिर्फ उपरी आकर्षण के बाद यह बात मन में बैठा ली की उनको आपस में शादी करनी चाहिए चाहे वे एक दुसरे बारे में कितना भी नही जानते हो !

शुरूआत में तो एक दूसरा का बहुत ख्याल रखा जाता है अगर एक ने कहा की आज उतने टाइम पर फिल्म देखने चलना है तो दूसरा टाइम से आ जायेगा चाहे उसके लिए अपने घर में कितना भी झूठ बोलना पड़े या फिर अपना कोई भी जरुरी काम छोड़ना पड़ा हो लेकिन टाइम पर पहुच जायेंगे ! एक दुसरे की फिक्र अपने से भी ज्यादा करेंगे , अगर एक दुसरे के कार्य में कोई PROBLEMS हो तो एक दूजे की की help भी की जायेगी अपना काम ख़राब कर लेंगे लेकिन अपने पार्टनर का नही करेंगे चाहे इसके लिए उनको दुगनी कीमत क्यों ना देनी पड़े ! अपने मोबाइल में रिचार्च नही करेंगे लेकिन अपने पार्टनर का रिचार्ज अवश्य करेंगे कोई  भी फंक्शन हो एक दुसरे को GIFT देंगे कहने का मतलब यह की एक जिस्म और दो जान वाली कहावत सिद्ध करने की कोशिश होती है !

लव  मैरिज का दूसरा कदम

जब दोनों एक दूजे से मिलाने लग जाते है और फिर एक दुसरे से इतने आसक्त हो जाते है की तो उनको लगता है की वह एक दूजे के बिना नही रह सकते है तो फिर या फिर जब उनके बारे में घर वालो को जानकरी होती है तो वह फिर मैरिज की सोचते है ,कुछ परेशानी के बाद उनकी मैरिज हो जाती है तो एक दुसरे से जुड़े सपने बनाने लग जाते है ! शुरू का टाइम तो उनका ऐसा होता है जैसे की वह कोई स्वर्ग में रह रहे हो लेकिन धीरे धीरे जब वे सच्चाई की जमीं पर आते है तो एक दुसरे की कमी पर ध्यान देने लग जाते है और एक दुसरे को निचा दिखने की कोशिश होती है पहले जब एक दुसरे की कमी को यह कह कर भुलाने की कोशिश की जाती थी समय के अनुसार दूर हो जाएगी वाही कमी उनको अब उनकी लाइफ को समाप्त करने वाली लग जाती है एक दुसरे के लिए यादगार दिन , पल भो बोझिल से लगेने लगते है ऐसा होने लग जाता है जैसे की यह दिन तो सिर्फ अपने लिए है इसमे मेरा कुछ भी नही है ! एक दुसरे से अलगाव होने लग जाता है !

लव मैरिज का अंतिम कदम

जब इन्सान love marriage करता है तो वह यह नही सोचता की marriage जिंदगी का सबसे खुबसूरत पहलु होता हो है ज्यादातर love marriage करने वाले इसको नही समझते है वे सिर्फ पहली नजर के  आकर्षण love समझकर जिन्दगी में आगे बढ़ने लग जाते है ! लेकिन marriage होने बाद उनके जीवन में बहुत बदल आते है जिनके बारे शायद ही कोई कपल marriage से पहले संजीदा रूप सोचते हो ! जो कपल marriage से पहले एक दुसरे को पूरी आजादी देते थे एक दुसरे के वर्क शेयर करते थे After Marriage अगर कोई गलती से पूछ ले तो जैसे की अगर पत्नी किसी कार्य के कारण घर से बाहर जाये तो पति उसको सवाल पे सवाल पुचने लग जायेगा की बाहर क्यों जाना पड़ा , किसी को साथ नही ले जा सकते , मुझे क्यों नही बताया , उसी प्रकार अगर पति कोई भी कार्य के कारण घर आने लेट हो जाये तो पहले जिस में चिंता की जाती आज उसी कारण में सवाल हो जाते है की कंहा देर कर दी , फोन क्यों नही किया पहले क्यों नही बताया , और जब यह तकरार ज्यादा हो जाती है तो उस लव मैरिज का होता है अंत तो एक दुसरे के प्रति मन की भावना यह होती है की आज मेरे जीवन में किसी मुसीबत से छुटकारा मिल गया है ! जिन दिलो में पहले love का सागर झलक रहा था आज उसमे नफ़रत का दरिया उफान रहा है !

लव मैरिज की Problem  के कारण

दोस्तों जो लोग सिर्फ love यानि की प्यार के कारण एक दूसरो को जानने लगे हो तो उनके बीच में तो दरार आने का कोई भी सवाल नही होता है परन्तु दुनिया का सबसे कडवा सच है की प्यार के बाद नफरत हो जाती है ! मेरा खुदा का अनुभव भी यही कहता है , क्योकि जब किसी के प्यार में होते है तो उस टाइम तो उस इन्सान की कोई भी कमी बहुत ही छोटी लगती है लेकिन अगर वाही इन्सान छोटा सी भी गलती कर जाये तो उसकी वह छोटी सी भी गलती नागवार गुजरती है !
 अपने देखा होगा की जब कोई भी कपल्स शादी से पहले एक दुसरे के जन्मदिन को सेलिब्रेशन करने के लिए अपने work को भी छोड़कर celebrate करते है बहुत ही anjoy करते है ! तो दोनों की मन की भावना यही हो जाती है की हम मैरिज के बाद भी ऐसा ही celebration करेंगे लेकिन होने लग जाता है इसका उल्टा ! क्योकि मैरिज से पहले तो एक boy फ्री होता है lekin आफ्टर marriage वह बहुत जिम्मेदार होने की कोशिश करता है तो उसकी partner उसकी यही व्यस्था को यह सोच कर की अब उसके lover का आकर्षण कम हो गया है और खुद भी उस से दुरी बनाने लग जाते है और फिर यह दुरी धीरे धीरे बहुत बढ़ जाती है ! जब एक दुसरे के barthday , anniversary, बनाने का टाइम आता है तो एक दुसरे से अपेक्षा करते है की वह याद रखे हमको याद ही नही रहेगा इस प्रकार की से धीरे धीरे प्यार गायब होने लगता है ! हम आपको कुछ मुख्य कारण बताने की कोशिश करेंगे जिनके कारण love marriage सक्सेस क्यों नही होती है !

एक दुसरे की कमी को अनदेखा ना करना

जिस तरह सारी दुनिया में एक दुसरे इन्सान के चेहरे अलग होते है उसी प्रकार से हर इन्सान की सोच अलग होती है ! दुनिया का शायद कोई भी इन्सान ऐसा नही मिलेगा जिस के अन्दर कोई भी कमी ना हो अगर आप किसी की कमी गिनने लगो तो आप प्रत्येक इन्सान में बहुत सारी कमी निकल डोंगे लेकिन अगर आपसे यही पैमाना अपने ऊपर लागु करने को कहा जाये तो फिर आप पीछे हट जाओगे ! लेकिन After Marriage कपल के बीच यही होता है जीवन में उतार चढाव आते है इन्सान का जीवन नदी के पानी की तरह होता है कभी ज्यादा वेग होता है तो कभी ठहराने का आभास होता है ! कबी किसी पहाड़ी से गुजरता है तो कभी मैदानी इलाको में फ़ैल कर बहता है ! लेकिन जब इन्सान एक दुसरे से मैरिज में बंधता है तो एक दुसरे की कमी बहुत ज्यादा बड़ी नजर आती है ! इस से संबंधो में दुरी होने लगती है !

घर वालो से तालमेल ना होना

love marriage करने वाले कपल के घर वाले ज्यादातर उनकी marriage से Happy नही होते है लेकिन Marriage से पहले लड़की और लड़का एक दुसरे को समझाते है की तुम को मेरे घर वालो से तालमेल बैठने है और एक दुसरे से सहमत होते है जबकि चाहे एक दुसरे के घर वाले का स्वभाव कैसा भी उसके बारे नही सोचते है लेकिन उस टाइम उनको सिर्फ marriage करनी है तो इस बात पर गहराई से नही सोचते है लेकिन जब marriage के बाद घर वालो से सामना होता है तो स्वभाव के विपरीत इन्सान मिलने पर तालमेल नही हो पता है तो फिर एक दुसरे के घर वाले में दोष को बाधा चढ़ा कर देखा जाता है तो फिर घर के अन्दर सम्बन्ध  टूटने की स्थिति होने लग जाती है !

एक दुसरे पर शक होना

जब दो लोग एक दुसरे से जुड़ते है तो उसमे सबसे पहले इन्सान शक करता है की यह हमसे झूठ बोल सकता है लेकिन जब बात love की होते इन्सान बहुत भरोसा करता है लेकिन जब वाही lover marriage करते हो तो उनके बीच छति सी भी गलती शक का रूप ले लेती है ! marriage से पहले हम खुद भी अपने partner के बारे में लोगो बढ़ा चढ़ा कर बताते है मिलते है और बहुत ही गर्व महसूस करते है लेकिन अगर जब पार्टनर खुद ही लोगो से घुलने मिलने लग जाए तो दूसरा उस पर शक करने लग जाता है जो की रिश्ते में दरार के कारण बन जाता है !
शक प्रत्येक रिश्ते की नीव हिला देता है जिस रिश्ते की दीवार पहले से ही कमजोर हो तो उस पर तो उसकी हलकी चोट भी बहुत तेजी से काम करती है ! अगर इन्सान कोई भी कार्य के कारण घर ना पाए तो उसमे भी शक किया जाता है ! marriage से पहले के सम्बन्ध भी शक पैदा करते है ! जब रिशतो में तनाव होने लगे तो शक और भी होता है !

एक दुसरे से उम्मीद करना


हम किसी भी रिश्ते से जुड़ते है तो लाजमी है की हम एक दुसरे से कुछ उम्मीद बनाते है लेकिन जब बात हो प्यार मौहब्बत की तो उसमे कुछ ज्यादा ही उम्मीद पली जाती है ! एक लडके की उम्मीद होती है उसकी lover सिर्फ मेरी ही चिंता करे दुनिया में सबसे ज्यादा मेरे बारे में ही सोचे और हर बार उसकी सही गलत जो भी उसको माने उस पर कोई भी टिका टोकी न हो ! कम ही ज्यादा ख़ुशी की तलाश  की जाये ! मेरे ऊपर ज्यादा निर्भरता ना हो ! और दूसरी तरफ एक लड़की यह सोचती है की उसको प्यार करने वाला जब उसकी जिंदगी में लाइफ पार्टनर बन जाये तो उसकी सभी इच्छाओ को पूरा किया जाये , उसकी भी उम्मीद का आकाश ज्यादा ही होता है ! रिश्ते में ऐसा होता हो की एक दुसरे के कार्य में हेल्प की जाती है लेकिन हम प्यार से बने रिश्ते में कुछ ज्यादा उम्मीद करते है क्योकि लड़की के मन में तो यह सोच जाता है की यह जब हम से बहुत ज्यादा प्यार किया जा रहा है तो उसकी उम्मीद भी पूरी की जाये चाहे उसके लिए आप कोई भी कार्य करो ! उसके नखरे तो आपको उठाने भी पड़ेगे ! लड़की कभी कभी यह भी देती है की शादी से पहले तो मेरी एक आवाज पर खिचे चले आते थे और आज मेरी इतना कहने पर भी तुम उस आमुक चीज को लाना भूक गए !

आकर्षण कम होना

मै जब कॉलेज स्टूडेंट होता था तब हम ऐसे ही आपस में फ्रेंड्स बातचीत में लव मैरिज के बारे में बात चल रही थी तो उस समय यह एक बात निकल कर आई की जो प्यार इ रिश्ते शादी में बदलते है उनमे बाद में दरार क्यों आती है ! यह इन्सान फितरत है की जब हम किसी चीज को देखते है तो उसके दीवाने हो जाते है ! और फिर दीवाने होने पर उसको पाने की हसरत पलते है !और उसको पाने की कोशिश करते है ! जब बात प्यार की हो तो हम एक दूसरे की जान पहचान करते है उसके लिए बहतु कुछ करते है लडके जो होते है वह लड़की के आने जाने के टाइम का ध्यान रखते है , मिलाने की कोशिश करते है अपने मन की बात कहने की कोशिश करते है और उसी प्रकार एक लड़की भी जब किसी के प्रति आकर्षित होती है तो वह भी लड़के से जान पहचान करने की कोशिश करती है उसके घर आने शुरू करती है उसके घर के किसी सदस्य से दोस्ती बढाती है , और फिर जब एक दुसरे से जान पहचान हो जाती है तो उस आकर्षण का 25% कम हो जाता है और जब रिश्ता दोस्ती से आगे होने लग जाता है तो फिर उसक आकर्षण 50% कम हो जाता है !
जब वह रिश्ता शादी में बदलता है तो उसका प्रकार का आकर्षण नही होता है जैसे पहली बार मिलाने पर होता है और 75% आकर्षण कम हो जाता है !

अहंकार का होना

दोस्तों कभी भी उस रिश्ता का सफ़र पूरा नही हो सकता जिस में अहम का भाव हो ! मेरा मतलब है जब हम किसी बंधन में जाते है तो उस बंधन को तभी निभाया जा सकता है जब उस बंधन के प्रति हमारे अन्दर समर्पण की भावना है अगर हम उस बंधन से सिर्फ उम्मीद करे या आशा करे की यह हमारे लिए है हम इसके लिए नही है तो फिर वह बंधन बोझ बनाने में देर नही लगती है ! उसी पराक्र जब कोई भी कपल marriage कर के एक नए जीवन की शुरुआत करते है तो उसको सफल होने के लिए अपना अहम त्यागना पड़ता है परन्तु होता इसमे उलटा ही है क्योकि ज्यादातर प्यार के रिश्ते में हमारे अन्दर यह भाव आ ही जाता है की हम एक दुसरे से श्रेठ है ! हम अपने पार्टनर से यह उम्मीद करते है की वह हमारी हर बात को माने ! कभी कभी आपने देखा होगा की हर रिश्ते में कभ ना कभी कुछ न कुछ हो जाता है यह सभी रिश्तो में होता है लेकिन लव मैरिज के रिश्ते में हम अपने अंहकार के कारण एक दुसरे से उम्मीद करते है की वह पहले आकर मुझ से बात करे और फिर जब हमारा अंहकार हमको चहकने नही देता है तो फिर वह रिश्ता टुटा जाता है !

दोस्तों यह मेरा लव मैरिज को लेकर सोच गलत हो सकती लेकिन यह भी इतफाक नही हो सकता की आज लव मैरिज वाले ही रिश्ते ज्यादा टुटा रहे है ! कभी कभी तो रिश्ता इतना जल्दी टूटता है की लोगो को विश्वास भी नही हो पता की ऐसा हुआ है !
आपने यह लेख पढ़ा इसके लिए आपको हमारी तरफ से  धन्यवाद , अगर आप हमारी बात से सहमत है तो इसको दोस्तों के बीच शेयर करे ! आप हमारी साईट से सीधा जुड़कर नवीनतम लेख सीधा पा सकते हो इसके लिए आप हमारे पेज को like करे like करने के लिए  यह क्लिक करे 

1 comment:

  1. धन्यवाद! आप ने बहुत ही महत्वपूर्ण और अनमोल जानकारी लिखी है। इसे पढ़कर इस विषय में मेरा ज्ञान और भी बढ़ गया है।
    मैंने इस विषय पर अपनी भाषा हिंदी में भी कुछ लिखा है, कृपया पढ़ें और समीक्षा करें पढ़िए:- लव मैरिज सफल कैसे करे?

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